मिश्रित विधि से मार्च में इन टॉप 10 सब्जी की खेती करके उठाए लाभ, जानें संपूर्ण जानकारी । Vegetable Farming in March, चलिए आज के इस लेख मे जानते हैं…
मार्च में टॉप 10 सब्जी की खेती: भारत में कृषि क्षेत्र ऐसा रोजगार का क्षेत्र है जिसमें तकरीबन 70 फीसदी लोग लगे हैं, इसीलिए भारत को कृषि प्रधान देश के रुप में जाना जाता है, वही जनसंख्या के लिहाज से भी भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है, जिसकी कुल जनसंख्या 1.40 करोड़ पार कर चुकी है, इन सबकी खाने पीने की जरूरत भी काफ़ी बढ़ गई है, इसके लिए अनाज एवम् सब्जियों की पूर्ति परंपरागत तरीके से खेती करके काफ़ी मुश्किल हो गया है क्योंकि जनसंख्या वृद्धि से कृषि भूमि जोत का क्षेत्र सिकुड़ रहा है ।
मार्च में टॉप 10 सब्जी की खेती कोन सी करें ? Top 10 Vegetable Farming in March
किसान साथी मार्च में इन टॉप 10 सब्जी की खेती: दूसरी ओर प्राकृतिक आपदाएं एवम् बाढ़ सूखा सहित अनेक प्रकार के रोग भी बढ़ रहें हैं, लगातार ग्लोबल वार्मिग का खतरा फसलों को बर्बाद कर रहा है, जो काफ़ी चिंता का विषय बन गया है, ऐसे में अनाज एवम सब्जी के अधिक उत्पादन हेतु अनेक प्रकार के प्रयास करने की जरूरत है, इसमें आधुनिक खेती, सब्जी की खेती, जैसे मिश्रित सब्जी की खेती जैसे अनेक आयाम कृषि हेतु काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं, इस समय मार्च का महीना नजदीक है
ऐसी स्थिति में किसान मार्च में सब्जी की खेती करके में मिश्रित सब्जी का आयाम अपनाकर उत्पादन क्षमता में बढोतरी कर सकते है, तो चलिए जानते है मार्च में 10 टॉप सब्जी की खेती कैसे करें, कोन सी मिश्रित सब्जी की खेती की जा सकती हैं, इसके लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पड़े एवम् किसान साथियों को शेयर भी करे..
किसान साथी मिश्रित विधि से इस प्रकार इन टॉप मार्च में बोई जाने वाली सब्जी की करें खेती
वैसे तो अनेक प्रकार से इस समय खेती बाड़ी का कार्य भारत में कर रहे हैं परंतु मिश्रित खेती करके किसान साथी और भी अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है, साथियो मार्च में सब्जी की खेती कोन सी करें, मार्च में सब्जी की खेती का उपयुक्त समय है जिसे अपनाकर अधिकतम लाभ लिया जा सके, क्योंकि बुवाई का समय नजदीक आ गया है, इसलिए इसके लिए उपयुक्त खाद बीज एवम् अन्य सभी फैक्टर भी कार्य करते हैं ।
इस तरह मार्च में मिश्रित विधि से इन टॉप सब्जी की खेती करके ले लाभ
किसान साथियों आज हम मार्च में उगाई जानें वाली टॉप 10 सब्जी की खेती के बारे में ग्रेड के हिसाब से जानेंगे , ताकि अधिकत्म लाभ एवम् अधिकतम सब्जी पैदा कर सके, किसान साथी अपने खेत में इंटरक्रोपिंग सिस्टम का उपयोग करके अच्छा उत्पादन ले सकते है, यानी अनेक किस्म एक साथ उगा सकते है, इनको आज हम 3 ग्रुप यानी ग्रेड A, ग्रेड B एवम् ग्रेड C में बांटकर बताएंगे, तो चलिए जानते हैं….
A. मार्च में उगाई जाने वाले ग्रेड A की सब्जी
A.1 किसान अधिक पैदावार हेतु टमाटर के साथ खीरे की खेती कर सकते हैं, इसके लिए किसान खेत में बेड बनाकर एक दूसरे से दूरी 4 फीट तक रखें, एवम् 2 खीरे के पौधे में 2 फीट एवम 2 रो के बीच 4 फीट का फासला रखे, इसके अतिरिक्त खीरे के 2 रॉ के बीच टमाटर की खाई बनाए एवम् इनके बीच यानि इस प्रकार लगाय जाए तो आसानी से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया अच्छे से होती रहेगी और प्रकाश संपूर्ण पौधे को मिलेगा। इसके लिए किसान साथी प्रत्येक पौधे से पौधे 1 फुट तक दूरी बनाए ।
A.2 इसके अलावा आप खीरे एवम् टमाटर के साथ मूली की सब्जी भी लगा सकते है, इसके लिए किसान साथी मूली के बीच को अपने बनाए नीचे के बेड पर बो सकते है, इस समय मूली का उन्नत बीज mahyco यानी माही 22 बीज का इस्तेमाल कर सकते है, इसके अतिरिक्त किसान साथी मूली के बीज सेमिनिस अभिलास को भी खेत में बुवाई कर सकते है। जो अच्छे उत्पादन के लिए जाना जाता है।
B. मार्च में उगाई जाने वाली ग्रेड B सब्जी की खेती
हमसे से भारत में मिर्ची की खेती काफ़ी महशुर है, क्योंकि रोजमर्रा की जिंदगी में इसका उपयोग किया जा सकता है, इसकी मांग भी हमेशा बनी रहती है, इसके लिए किसान खेत में मिर्च की मुख्य फसल के साथ बैंगन की खेती सहायक फसल के रुप में कर सकते है, इन दोनों फसलों को किसान साथी इंटरक्रोपिंग कर सकते है इसके लिए 2 रो मिर्च की फसल एवम् बीच में 1 रो बैंगन की फसल ऊगा सकते है,
वैसे मिर्च एवम् बैंगन की खेती हेतू खाद एवम् स्प्रे समान रहता है, इसलिए किसान साथी बैंगन से बैंगन के बीच की दूरी 4 फीट तक रख सकते है, एवम् स्प्रे भी समान मात्रा में दे। इन दोनों की मिश्रित विधि से खेती का यह बहुत बड़ा फायदा है की इससे पत्ता छेदक बीमारी नहीं होती।
मार्च में बोई जाने वाली ग्रेड C सब्जी की खेती
इस ग्रुप में किसान साथी मार्च महिने में करेला, तोरई, गिलकी एवम् गिलकी की खेती कर सकते है, इन सभी सब्जियों की खेती को हम बेलवर्गीय केटेगरी में रखते हैं, यानी एक साथ मिश्रित सब्जी की खेती कर सकते है, जिसके कारण अनेक फसल बोकर अधिक पैदावार ली जा सकती है, किसान साठी इनकी बॉय बेड पर कर सकते हैं क्योंकि उनके बीच बेड के बीच कुछ जगह जरूरी होती है इसके लाभ बची हुई दूरी में आप पलक की खेती भी कर सकती है क्योंकि 45 दिन में पालक की हरवेस्टिंग होगी उसे समय करेली के बेल भी पैदावार हेतु तैयार हो जाएंगे एवं उत्पादन बेहतर होने लगेगी।
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अपनी आवाज: किसान साथियों मार्च मे उगाई जानें वाली मिश्रित विधि से अधिक उत्पादन देने वाली टॉप 10 सब्जी की खेती के बारे में इस लेख में हमने जानकारी दी, रोजाना ऐसे ही नई नई और ताजा जानकारी के लिए अपनी आवाज के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़कर ताजा अपडेट हासिल करे ताकि किसान साथी अधिकतम लाभ ले सके।