Msp wheat purchase 2024 किसान साथियों साल 2024 मे इस समय गेहूं की आवक अच्छी होने लगी है, मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा एवम राजस्थान में इस समय गेहूं की अगेती फसल आने लगी है, वही कुछ राज्यों में गेंहू की पछेती बुवाई भी है जो अप्रैल माह में आने लगेगी।
सरकार द्वारा गेंहू एमएसपी रेट (wheat msp purchase) पर खरीद हेतु अनेक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि किसान साथी को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस हेतु सरकार ने कुछ नियम जैसे बेचने हेतु नमी की मात्रा, चमक, एवम सिकुड़े वा टूटे दाने की मात्रा कितनी होनी चाहिए इसके बारे में नियम एवम शर्ते क्या है के बारे में जानकारी दी गई है, तो चलिए क्या क्या नियम एवम शर्ते रखी गई है।
Msp wheat purchase 2024 | गेंहू में नमी का नियम
किसान साथियों रबी सीजन में गेंहू के अलावा सरसों चना समेत अन्य फसलों की भी खेती की जाती हैं, इस समय गेहूं की कटाई मंडाई का कार्य प्रगति पर है ऐसी स्थिति में गेंहू की फसल में अनेक प्रकार की अन्य फसलों का मिलावट होना लाजमी है, जिसके कारण अन्य अनाज की मात्रा को अलग करना काफ़ी मुश्किल हो जाता है, हाल ही में अपनी आवाज से एक उच्च कृषि अधिकारी के अनुसार बात करते हुए बताया है की इस हेतु नियम है, जिसके अनुसार गेहूं में अन्य अनाज की मात्रा 0.75% मात्रा से अधिक ना हो। यदि इससे अधिक मात्रा अन्य अनाज की पाई जाती है तो किसानों को इस अनाज को साफ करवाना आवश्यक हो जाता है।
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गेंहू में ये हैं चमक का नियम एवम शर्ते
हाल ही में गेंहू की चमक के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, गेंहू की फसल में बारिश की अधिकता के चलते गेंहू के बालियों में दाने का रंग उड़ जाता है, जिसके कारण किसानों को विक्रय करते समय काफ़ी नुकसान झेलना पड़ता है, चमक के नियम के बारे में बताते हैं कि इसके नियम सरकार समय समय पर बदलाव करती रहती है। यदि बारिश के कारण फसल बरबाद होती है और चमक खराब हो जाति है इसके लिए राज्य राज्य सरकार द्वारा अनुमति लेती है।
दूसरी ओर इस समय गेंहू के रंग यानी चमक के लिए यह नियम है कि गेंहू की चमक 10% तक कमी होने तक यानी चमक 90 फीसदी तक होनी जरूरी है, इस मात्रा तक msp wheat purchase रेट पूरा दिया जाता है, यदि इससे कम मात्रा होगी तो आपको एमएसपी रेट से कम रेट मिलेंगे।
गेंहू में साफ सफाई के ये हैं नियम एवम शर्ते
गेहूं को एमएसपी रेट ( Msp wheat purchase) पर बेचने हेतु किसानो को विपणन केंद्र पर अनेक प्रकार की सुविधा दी जाती है, यानी किसान आसानी से विपणन केंद्र पर ही अपनी फसलों की सफाई का कार्य करवा सकते हैं, इसके बारे में कृषि वैज्ञानिक ने जानकारी दी है कि यहां सब सुविधा दी जाती है ताकि किसानों को किसी प्रकार की दुविधा का सामना न करना पड़े और किसी भी प्रकार की आर्थिक हानियां हो।
कृषि विपणन केंद्रों पर सुविधाओं की बात करें जैसे छलनी की व्यवस्था, पंखा, तिरपाल आदि सुविधा दी जा रही है, वह इसके बारे में एफसीआई के एक सेवानिवृत्त अधिकारी द्वारा बताया गया है कि अगर निजी कंपनियां गेहूं की खरीद करती है ऐसे में किसानों को अपनी गुणवत्ता बनाए रखने हेतु अनेक प्रकार की व्यवस्थाएं जैसे मड़ाई के समय गेहूं में मिट्टी, भूसा एवं दूसरी फसलों या खरपतवार के दाने भी आ जाते हैं इसके लिए भी व्यवस्था जरूरी है इसलिए गेंहू की अच्छी गुणवत्ता रखना अति आवश्यक है।
Msp wheat purchase niyam । गेंहू की गुणवत्ता बनाए रखने हेतु अनेक प्रकार की मिट्टी या अन्य फसलों के दाने न हो यह ध्यान रखें, क्योंकि अन्य फसलों या मिट्टी की मात्रा से गेंहू की गुणवत्ता काफ़ी कम हो जाती है, जिसके चलते दाम भी कम मिलते हैं, इसके लिए कृषि मंडियों में अनेक प्रकार की व्यवस्थाएं की गई है, जैसे मिट्टी की मात्रा कम करने हेतू छलनी की व्यवस्था इसके लिए किसानो से कोई शुल्क नहीं लिया जाता परंतु किसानों को मजदूरों की मजदूरी देनी पड़ती है।
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Conclusion: अपनी आवाज: किसान साथियों इस समय गेहूं की एमएसपी रेट पर खरीद कई राज्यों द्वारा की जाने लगी है वहीं कई राज्यों द्वारा 1 अप्रैल से गेहूं एमएसपी रेट पर खरीद होनी शुरू हो जायेगी, ऐसे में गहन अध्ययन द्वारा हमने सभी प्रकार की जानकारी देने की कोशिश की है ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो हालांकि राज्यों के अनुसार नियम एवं शर्ते अलग हो सकती है यह राज्य पर निर्भर करता है अतः वहां जरूर पता कर ले।