ग्रीष्मकालीन मूंग की उन्नत (Top 10 moong variety) की बुवाई से लाभ, जानें खाद बीज ऊर्वरक की जानकारी।
Top 10 moong variety । इस समय कई राज्यों में रबी सीजन की फसल का कटाई का कार्य शुरू हो गया है, जबकि कुछ राज्यों में अभी भी कुछ समय के अन्तराल पर रबी सीजन की फसलों की कटाई की जाएगी, किसान भारी लाभ हेतू कृषि विभाग द्वारा जारी 10 उन्नत मूंग की किस्मों को बोकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि किन किन किस्मों की आप बुवाई कर सकते हैं, एवं मूंग की खेती हेतू किसान किन खाद बीज ऊर्वरक एवं सिंचाई का प्रबंध करे, वही ये किस्में कितनी प्रति हैक्टेयर तक उत्पादन दे सकती हैं, संपूर्ण जानकारी इस लेख में आपको बताएंगे।
भारत एक कृषि प्रधान देश होने के कारण यहां लगातार सीजन के अनुसार फैसले बोई जाती है, हालांकि 3 सीजन फसल की बुवाई के hote है, परंतु मुख्य रूप से भारतीय किसान सिर्फ दो फसल बुवाई सीजन रबी एवं खरीफ में ही फसल की बुवाई करते हैं, ऐसे में इन दोनों सीजन के बीच केसमय को आप अब ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई करके अतिरिक्त लाभ कमा सकते हैं।
उत्पादन ही नहीं दलहन फसलों में सबसे मशहूर यह है मूंग प्रमुख दलहन एवं खाद्य पदार्थ में गिनी जाती है, इससे करोड़ों लोगों द्वारा रोजाना मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है, अतः अच्छी मांग हमेशा बनी रहती है एवं मांग के कारण भाव भी इसके मार्केट में अच्छे मिल जाते हैं, ऐसे में किसान इन टॉप 10 मूंग की किस्मों को उगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
एक अनुमान के अनुसार किसान प्रति हैक्टेयर भूमि पर गर्मियों में मूंग की उन्नत किस्में उगाकर 30 हजार रुपए तक लाभ ले सकते हैं, इसके साथ साथ दलहन फसल होने के कारण यह मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी वृद्धि में भी सहायक है, क्योंकि इसकी जड़ों की ग्रंथि में स्थित ग्रंथियों में वातावरण से नाइट्रोजन को मिट्टी में स्थापित करने वाले जीवाणु पाए जाते हैं।
Top 10 moong variety। ये है टॉप 10 मूंग की उन्नत किस्में
1. विराट मूंग किस्म (आई.पी.एम.205-7)
यह मूंग की उन्नत किस्म प्रति हैक्टेयर भूमि पर गर्मियों में 12 से 15 क्विंटल तक पैदावार दे सकती है, जो सिर्फ 50 से 55 दिन में पककर कटाई हेतू तैयार हो जाती हैं। इसके अलावा इस किस्म में मोजेक रोग जैसी बीमारी भी नहीं पनपती।
2. मूंग की किस्म हम-16
कम समय में पकने वाली मूंग की उन्नत किस्म हम-16 में मोजेक रोग लगने की संभावना नहीं है, जो पकने में मात्र 55 से 58 दिन का समय लेती है, एवं उत्पादन के लिहाज से भी यह किस्म बेहतर है, प्रति हैक्टेयर के अनुसार यह किस्म 16 क्विंटल तक पैदावार दे सकती है।
3. मूंग की किस्म आई.पी.एम.99-125 (मेहा.)
मूंग की उन्नत किस्मों में से एक आई.पी.एम.99-125 जिसे मेहा. किस्म भी कहते हैं, यह पकने में 60 से 62 दिन समय लेती है, वही उत्पादन के लिहाज से 15 क्विंटल प्रति हैक्टेयर उत्पादन लिया जा सकता है।
4. मूंग की किस्म पी.डी.एम.11
यह किस्म फरवरी या मार्च के प्रारंभ में बुवाई की जाए तो अप्रैल माह में कटाई कर सकते हैं , यह किस्म सिर्फ 60 से 65दिन ही पकने में समय लेती है, हालांकि उत्पादन की बात करें तो यह किस्म 8 से 10 क्विंटल तक दे सकती है।
5. मूंग की किस्म टी.जे.एम-3
यह मूंग की किस्म टी.जे.एम-3 पीला मोजेक और पाउडरी मिल्ड्यू जैसे रोगों के प्रति सहनशील किस्म मानी गई है, जो उत्पादन के लिहाज से 8 से 10 क्विंटल एवं पकने में 60 से 70 दिन के बीच का समय लेती है।
6. मूंग की वैरायटी आई.पी.एम.512-1 (सूर्या)
यह मूंग की इन टॉप 10 वैरायटी में से एक है जो पकने में अन्य किस्मों से कम यानी मात्र 60 दिन का समय लेती है एवं उत्पादन के अनुसार 1 से 12 क्यूंटल तक दे सकती है।
7. टॉप मूंग किस्म आई.पी.एम.02-03
यह किस्म आई.पी.एम.02-03 पकने में अन्य किस्मों की बजाय अधिक समय पकने में लेती हैं, अनुमान के अनुसार यह किस्म 68 से 70 दिन पकने में लेती है एवं प्रति हैक्टेयर भूमि पर उत्पादन किसान 15 क्यूंटल तक ले पैदावार ले सकते हैं।
8. पी.डी.एम.139मूंग किस्म (सम्राट) –
यह मूंग की किस्म सम्राट के नाम से भी पहचानी जाती है जो पकने में तकरीबन 60 से 65 ऋण का समय लेती है एवं उत्पादन की बात करें तो प्रति हैक्टेयर 12 क्विंटल तक देने में सक्षम है। पीला मोजेक रोग की इस वैरायटी में नहीं आता।
9. आई.पी.एम.2-14 मूंग की वैरायटी
इस मूंग की किस्म को पकने में सिर्फ 62 से 65 दिन का समय लगता है, जो पीला मोजेक रोग के प्रति सहनशील है, एवं उत्पादन प्रति हैक्टेयर 11 से 12 क्विंटल तक दे सकती है।
10. मूंग की वैरायटी आई.पी.एम.410-3 (शिखा)
मूंग की इस टॉप किस्म को शिखा किस्म के नाम से भी जाना जाता है, जो प्रति हैक्टेयर भूमि पर उत्पादन 10 से 15 तक देने में सक्षम है, वही पकने में यह किस्म 65 से 70 दिन का समय लेती है, इसके अलावा यह मूंग की यह किस्म में पीला मोजेक के साथ पाउडरी मिल्ड्यू रोग रोधी भी होती है ।
मूंग की अन्य प्रमुख उन्नत किस्मों की जानकारी
उपरोक्त किस्मों के अलावा किसान अन्य प्रमुख किस्में जैसे गंगा – 8 (गंगोत्री), पी.डी.एम. 139, आई.पी.एम. 02-03 (2009), आई.पी.एम. 02-14 (2010), के. 851 (1982), पी. डी. एम.-11 (1987), पूसा विशाल (2001), समर मूंग लुधियाना (एस.एम.एल.)-668 (2003) आदि का भी चयन कर सकते हैं।
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अपनी आवाज: किसान साथियों आज Top 10 moong variety । प्रमुख मूंग की किस्में , इसके बारे में आपको बताया, ऐसे ही कृषि जगत की खबरें, किसान योजनाएं, सब्सिडी योजनाएं, कृषि विभाग द्वारा संचालित कृषि कार्यक्रम, मोबाइल फोन इलेक्ट्रिक वाहन कार बाइक जीप स्कूटर होंडा कार बिजनेस आइडिया ट्रैक्टर आदि की जानकारी वेबसाइट पर चेक करें।

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